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 न्यूनतम संसाधनों में अधिकतम परिणाम दें : एडीजी श्री सागर

सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों का डाटाबेस तैयार कर रणीनीति बनायें। यह बात पीटीआरआई द्वारा आयोजित 6 दिवसीय ऑनलाइन वर्कशाप को संबोधित करते हुए डॉ. श्रीमती निशी मित्तल सदस्य माननीय सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी ने कही। वर्कशाप के द्वितीय सत्र में अपने संबोधन में पीटीआरआई के अतिरिक्त महानिदेशक श्री डी.सी. सागर ने कहा कि सभी नोडल एजेंसियों को मौजूद संसाधनों का समुचित उपयोग कर अधिकतम परिणाम देना चाहिए।

ऑनलाइन वर्कशाप के प्रथम को सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. निशी मित्तल ने कहा कि जहाँ सड़क दुर्घटनाएँ अधिक होती हैं उन क्षेत्रों में अधिक निगरानी की जाये। उन्होंने मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत पुख्ता कार्यवाही की आवश्यकता जताई। डॉ. मित्तल ने कहा कि जहाँ तेज गति से वाहन चलते है वहाँ स्पीड रडारगन एवं अन्य यंत्रों से सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के प्रयास किये जाने चाहिए। उन्होंने यातायात नियमों से लोगों में जन-जागृति लाने पर बल दिया। खराब सड़कों के सुधार के लिये सड़क निर्माण एजेंसियों को दुर्घटनाओं के आंकड़े देखकर सुधारात्मक कार्य करने को भी कहा।

ऑनलाइन वर्कशाप के द्वितीय सत्र को संबोधित करते हुए एडीजी श्री सागर ने पुलिस को यातायात के नियमों जैसे ओवर स्पीडिंग, ओवरलोडिंग, शराब पीकर वाहन चालन, बिना लायसेंस, बिना हेलमेट एवं बिना सीटबेल्ट धारण किए एवं मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए वाहन चालन इत्यादि के उल्लंघन पर सख्त कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने कहा कि यद्धपि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं के तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए नोडल एजेंसियों के पास संसाधनों की कमी है तथापि न्यूनतम संसाधनों में सभी को मिलकर अधिकतम बेहतर परिणाम देना है, जिससे कि दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके और दुर्घटना पीड़ितों के प्राणों की रक्षा की जा सके। श्री सागर ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अपनाये जाने वाले उपायों को सरल एवं सुबोध तरीके से पुलिस एवं अन्य सड़क सुरक्षा से संबंधित नोडल एजेंसियों को बहुत ही रोचक एवं रोमांचक तरीके से समझाया।


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