पर्यटन, संस्कृति और अध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के आम बजट को सर्वश्रेष्ठ और मध्यप्रदेश का सर्वांगीण विकास करने वाला बजट बताया है। उन्होंने कहा कि बजट में मूलभूत आवश्यकताओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। इसमें सड़क, ऊर्जा, सिंचाई, हर घर में नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुँचाने के साथ-साथ सीएम राइज योजना में सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों की स्थापना करते हुए नई शिक्षा नीति को लागू करने जैसे महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं।
मंत्री सुश्री ठाकुर ने पर्यटन और संस्कृति विभाग के बजट प्रावधानों की चर्चा करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान का संकल्प है कि सांस्कृतिक अधिष्ठान सफलता के चरम पर जाएँ। इसीलिए वर्ष 2021-22 में संस्कृति विभाग की विभिन्न योजनाओं के लिए विशेष प्रावधान रखे गए हैं। शासन संधारित मंदिरों के जीर्णोद्धार और उनमें नियुक्त पुजारियों एवं सेवादारों के मानदेय की योजना को निरंतर रखा गया है। राम पथगमन अंचल के क्रियान्वयन संबंधी कार्यवाही प्रचलन में है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को पुनः संचालित किया जाएगा।
मध्यप्रदेश के पर्यटन क्षेत्रों का चहुँमुखी विकास कर, विश्व के मानचित्र में मध्यप्रदेश पर्यटन को अग्रणी स्थान दिलाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को ग्रामीण जीवन का अनुभव कराने के लिए होम-स्टे एवं ग्राम-स्टे विकसित किए जा रहे हैं। सुश्री ठाकुर ने बताया कि जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के माध्यम से सप्ताहांत पर्यटन एवं स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं।
मंत्री सुश्री ठाकुर ने बताया कि पन्ना में डायमंड म्यूजियम स्थापित करने की कार्य योजना बनाई जा रही है। ओरछा और ग्वालियर के ऐतिहासिक महत्व के परिपेक्ष्य में यूनेस्को द्वारा की गई ऐतिहासिक शहरी परिदृश्य की ग्लोबल रिकमेंडेशन को लागू करने की कार्यवाही प्रचलन में है। इसके साथ ही जटाशंकर, जिला छतरपुर में रोप वे का निर्माण भी प्रस्तावित है।
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